दिव्या एम. वी.

अस्थायी अनुसंधान सहायक
मृदु संघनित पदार्थ

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डीएनए-प्रोटीन अन्तः क्रिया अध्ययन के एक भाग के रूप में, दिव्या 30nm फाइबर के संघनन को बेहतर ढंग से समझने के लिए नमूना प्रणाली क्रोमैटिन पर काम करती है। परियोजना का उद्देश्य ठोस -अवस्था नैनोछिद्र (प्रयोगशाला में निर्मित) का उपयोग करके क्रोमैटिन संघनन की गतिशीलता को समझने के लिए न्यूक्लियोसोम पुनर्गठन विधि का मानकीकरण करना है। पुनर्गठित 12mer (12x-601) का उपयोग नैनोछिद्रों  का उपयोग करके संसूचन हेतु पॉली-न्यूक्लियोसोम-पीआरसी 2 आबद्धकर परख विकसित करने के लिए किया जाता है। लैम्ब्डा-डीएनए पर CRISPR-Cas9 तकनीक का उपयोग कर एक स्ट्रिंग मॉडल पर एक नवीन मनका का निर्माण AFM द्वारा अध्ययन किए गए न्यूक्लियोसोम आबद्धकर प्रोटीन के सहयोग से एक क्लासिकल बीड-ऑन-स्ट्रिंग मॉडल है और संस्थान में निर्मित नैनोछिद्र  प्रणाली  उच्च क्रम क्रोमैटिन संरचना को समझ सकता है।